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Showing posts from September, 2014

नवरात्रि : देवी पूजन की सही और सरल विधि

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शक्ति के लिए देवी आराधना की सुगमता का कारण मां की करुणा, दया, स्नेह का भाव किसी भी भक्त पर सहज ही हो जाता है। ये कभी भी अपने बच्चे (भक्त) को किसी भी तरह से अक्षम या दुखी नहीं देख सकती है। उनका आशीर्वाद भी इस तरह मिलता है, जिससे साधक को किसी अन्य की सहायता की आवश्यकता नहीं पड़ती है। वह स्वयं सर्वशक्तिमान हो जाता है। इनकी प्रसन्नता के लिए कभी भी उपासना की जा सकती है, क्योंकि शास्त्राज्ञा में चंडी हवन के लिए किसी भी मुहूर्त की अनिवार्यता नहीं है। नवरात्रि में इस आराधना का विशेष महत्व है। इस समय के तप का फल कई गुना व शीघ्र मिलता है। इस फल के कारण ही इसे कामदूधा काल भी कहा जाता है। देवी या देवता की प्रसन्नता के लिए पंचांग साधन का प्रयोग करना चाहिए। पंचांग साधन में पटल, पद्धति, कवच, सहस्त्रनाम और स्रोत हैं। पटल का शरीर, पद्धति को शिर, कवच को नेत्र, सहस्त्रनाम को मुख तथा स्रोत को जिह्वा कहा जाता है। इन सब की साधना से साधक देव तुल्य हो जाता है। सहस्त्रनाम में देवी के एक हजार नामों की सूची है। इसमें उनके गुण हैं व कार्य के अनुसार नाम दिए गए हैं। सहस्त्रनाम के पाठ करने का फल भी महत्वपूर्ण

सिप्ला लिमिटेड से १.५ लाख की मदत से पदमा टमटा के कैंसर का इलाज जारी

मुंबई ; उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले से आई   महाराष्ट्र के ठाणे सहर की   निवासी श्रीमती पदमा    टमटा जो    छाती के कैंसर से पीड़ित है    का   इलाज   ठाणे   के बेथानी अस्पताल   में चल   रहा है।   उत्तराँचल   यूनिटी फाउंडेशन के मुख्य कार्यकर्ता    आर्यन   राणा ने बताया कि पदमा    टमटा एक बहुत ही ग़रीब   महिला है जो    पाँच बच्चों    की माँ है और ठाणे    में   एक श्रीवास्तव परिवार के पास काम करती थी    जिन्होने इनकी बहुत मदत की . इलाज के लिये   टमटा को   दो लाख रुपये की आर्थिक मदद की आवशयकता के साथ साथ अपने बच्चो के लालन पालन की भी जिमेदारी है .  श्रीवास्तव परिवार से आई   मदद की गुज़ारिश के    आधार   पर काम करते हुये   उत्तराँचल   यूनिटी फाउंडेशन ने अपने नेटवर्क की मदत   से सिप्ला लिमिटेड   तथा अन्य   कई   लोगो   से सम्पर्क साधा और   १६६१०० रूपये जुटाए।   बाकी की रकम    श्रीवास्तव परिवार ने जुटाई। आगे की   जानकारी व्   मदत लिये कृपया   आर्यन राणा ( ९९३०३७२४३६ ) स